सुबह उठ कर करिए येे 5 आसान, जिससे होगा डायबिटीज में फायदा

सुबह उठ कर करिए येे 5 आसान, जिससे होगा डायबिटीज में फायदा

सुबह उठ कर करिए येे 5 आसान, जिससे होगा डायबिटीज में फायदा

डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत जरूरी है कि वो इसे जितना हो सके कंट्रोल में रखें, ऐसा न करना उनके लिए गंभीर हो सकता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि आपक इसके लिए दवाइयों का सेवन करना शुरू करते हैं। इसकी जगह बहुत ही छोटे-मोटे बदलाव अपनी रूटीन में करने होंगे। रोजाना सुबर उठकर पानी पीना, वॉक करना और कुछ जरूरी आदतों में से एक है। इसलिए आज हम आपको ऐसी कुछ योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करेगा।

क्या है डायबिटीज? 

जब हमारे शरीर के पैंक्रियाज में इंसुलिन का पहुंचना कम हो जाता है तो रक्त में ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है और इस स्थिति को शुगर या मधुमेह या डायबिटीज भी कहा जाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो एक पाचक ग्रंथि द्वारा बनता है। इसका कार्य शरीर के अंदर भोजन को एनर्जी में बदलने का होता है। ये वही हार्मोन है जो हमारे शरीर में शरीर में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करता है। डायबिटीज को जाने पर शरीर को भोजन से एनर्जी बनाने में कठिनाई होती है। इस स्थिति में ग्लूकोज का बढ़ा हुआ लेवल शरीर के विभिन्न अंगों को  नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है।

साथ ही ये समस्या महिलाओं की अपेक्षा में पुरुषों में अधिक पाई जाती है। डायिबिटीज अधिकतर वंशानुगत या खराब जीवनशैली की वजह से होता है। इसमें शुरूआती को टाइप – 1 और अनियमित जीवनशैली की वजब से होने वाली डायबिटीज को टाइप – 2 श्रेणी में रखा जाता है।

डायबिटीज के मुख्य लक्षण 

  • वजन में कम होना
  • अधिक भूख-प्यास लगना
  • बार-बार पेशाब आना
  • थकान, पिंड़लियों में दर्द
  • बार-बार इंफेक्शन होना या देरी से कोई घाव भरना
  • नपुंसकता
  • हाथ पैरों में झुनझुनाहट, सुन्नपन और जलन रहना

कुछ  लोगों में डायबिटीज अधिक होने की संभावना रहती है, जैसे- मोटे व्यक्तियों या जिनके परिवार या वंश में किसी को डायबिटीज रही हो। हाई ब्लडप्रेशर और शारीरिक श्रम न करने वालों में इसका खतरा अधिक बढ़ जाता है। ऐसा देखा जाता है कि शहरी व्यक्तियों को ग्रामीणों की अपेक्षा में डायबिटीज होने की अधिक संभावना रहती है।

डायबिटीज के प्रमुख कारण 

अगर आप डायबिटीज की समस्या से परेशान है तो उसके अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कि सही समय पर व्यायाम न करना, बाहर का तला भूना खाना। साथ ही आजकल की तनावभरी जीवनशैली इस समस्या को और अधिक जटिल कर देती है। इस समस्या की निवारण करते के लिए आपको आज की आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ अपनी लाइफस्टाई में बदलाव करने की जरूरत है। शुगर की समस्या को जल्द ही ठीक करने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में कुछ योगासन, प्राणायाम और ध्यान को जोड़ना बेहद आवश्यक है। इन विशेष योग क्रियाओं को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाएं और डायबिटीज को आसान तरीकों से खत्म करें।

इसके अलावा अच्छे परिणाम पाने के लिए आपको योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना होगा। इसके लिए आपको निरंतर अनुशासन में रहने होगा। आप इन योगासन को सुबह अधिक शाम जो भी समय आपको सही लगे कर सकते हैं। बस ध्यान रहे कि आपने जो भी समय योगासक के लिए निर्धारित किया हो, उसे प्रति अनुशासित रखें। ऐसा करने से आप कुछ ही समय में काफी अच्छे परिणाम देख  सकते हैं।

अब हम नीचे डायबिटिज के लिए कुछ मुख्य 5 योगासन के बारे में बात करते हैं….

डायबिटीज को कंट्रोल में करने के लिए योगासन 

(1) पवनमुक्तासन –

इस योगासन को डायबिटीज में ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने के लिए के फायदेमंद माना जाता है। यह आसन डायबिटीज के रोगियों के लिए साथ-साथ गैस की समस्या, कब्ज बवासीर से परेशान लोगों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इस योगासन के अभ्यास से शरीर से विषाक्त पदार्थों और गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। इस योगासन को करने का तरीका –

  • अपनी पीठ के बल जमीन पर सीधे लेट जाएं
  • धीरे-धीरे सांस लें
  • अपने पैरों को एक साथ उठाएं और पैर के घुटनों को मोड़ें
  • अपने पैर के घुटनों को छाती की तरफ अपने मुंह के पास लाएं और पैरों को अपने हाथों की उंगलियों से जकड़ लें
  • आपकी जांघें आपके पेट को छूनी चाहिए और आपके पैर के घुटने आपकी नाक को छुएं ऐसी प्रयास करें

(2) नौकासन –

नौकासन

नौकासन

इस योगासन में डायबिटीज को कंट्रोल करने के नेचुरल उपाय हो सकते हैं। नौकासन का रोजाना अभ्यास करने से भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखा जा सकता है। डायबिटीज के लिए नौकासन काफी फायदेमंद माना जाता है। योगासन करने का तरीका –

  • अपनी एडियों और पंजों को आपस में मिलाएं
  • दोनों हाथ कमर के साथ सटे हों और हथेलियां जमीन की ओर हों।
  • अब अपने दोनों पैर, हाथ और गर्दन को सामांतर ऊपर की तरफ उठाएं, जिससे शरीर का पूरा भार आपको नितंभों पर आ जाए।
  • इस स्थिति में करीब 30 सेकंड रहें, फिर धीरे-धीरे सांस लेते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।

(3) उत्तानपादासन –

उत्तानपादासन

उत्तानपादासन

इन आसनों को आप घर पर आराम से कर सकतें हैं. उत्तानपादासन भी डायबिटीज में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल में करने के लिए असरदार माना जाता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इस आसन को रोजाना करें। इस आसन को कुछ इस प्रकार करें –

  • बैठकर पैरों को आगे की तरफ फैलाएं
  • तलवों को आगे की ओर तानें
  • फिर चार-पांच बार गहरी सांल लेकर आसन लगाए हुए ही पीठ के बल लेट जाएं
  • सांस छोड़ते हुए गर्दन को ऊपर की ओर उठाएं
  • अब आखिर में हाथों के सहारे सिर के ऊपरी हिस्से को जमीन पर टिकाएं
  • हथेलियों पैरों के समानान्त रहें। सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे गर्दन को सीधा कर शवासन में आ जाएं।

(4) वज्रासन –

यह आसन सबसे आसान है और इस आसन में न सिर्फ डायबिटीज के लिए फायदेमंद हो सकता है बल्कि यह मानसिक शान्ति देने के साथ पाचन तंत्र को ठीक रखने में सहायता करता है। यही एक आसन है जो भोजन के बाद भी कर सकते हैं। वज्रासन एक ऐसा योगाभ्यास है जिसे डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी अच्छा माना जाता है।

  • इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को आपस में मिलाकर सीधा फैलाकर बैठ जाएं
  • बाएं पैर को घुटने से मोड़कर पंजे को बाएं नितम्ब के नीचे इस प्रकार लगाएं कि पैर का तलवा ऊपर की ओर ही रहे
  •  इसी प्रकार दाएं पैर को घुटने से मोड़कर पंजे को दाएं नितम्ब के नीचे इस प्रकार लगाएं कि पैर का तलवा ऊपर की ओर रहे
  • इस स्थिति में दोनों पैरों के अंगूठे आस-पास रहेंगे और एडियों के बाहर की ओर रहेंगी, जिससे दोनों एडियों के बीच में आराम से बैठ सकें
  • दोनों पैरों के घुटने मिलाकर, हाथों को घुटनों के ऊपर रख दें
  • इस स्थिति में सिर और रीढ़ स्तम्भ सीधा रहना चाहिए, अपनी आंखे बंद करें और एक गति में गहरी सांल लें।

(5) मंडूकासन –

डायिबिटीज को कंट्रोल में करने के लिए मंडूकासन सबसे बेहतर माना जाता है। जब हम मंडूकासन करते हैं, तो शरीर की आकृति मेंढक जैसी हो जाती है इसलिए इस आसन काा नाम मंडूकासन पड़ा है। यह पेट के लिए भी लाभदायक हो सकता है इस आसन से अग्रयाशय सक्रिय होता है जिसकी वजह से डायबिटीज के रोगियों को इससे लाभ मिल सकता है।

  • इस आसन के लिए वज्रासन में बैठ जाएं
  • अब दोनों हाथों की मुठ्ठी बंद कर लें
  • मुठ्ठी बंद करते समय अंगूठे को उंगुलियों से अंदर दबाएं
  • दोनों मुठ्ठियों को नाभि के दोनों ओर लगाकर सांस बाहर निकालते हुए सामने झुकते हुए ठुड्डी को जमीन पर टीका दें
  • थोड़ी देर इसी स्थिति में रहने के बाद वापस वज्रासन में आ जाएं
  • आसन करते समय ये जरूर ध्यान रखें की दोनों हाथों की मुठ्ठियां अच्छी तरह से नाभि के आस-पास टिकी हो।

निष्कर्ष 

आज हनमें AgVa की वेबसाइट पर डायिबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कुछ सरल योगासन बताएं है। आज रोजाना इसे करके और आपने खान-पान ध्यान रख कर डायबिटीज से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा डायबिटीज या इंसुलिन से जुड़ी अगर आप कुछ और जानकारी पाना चाहते हैं तो हमें नीचें कमेंट में लिख कर पूछ सकते हैं।