जान लें डायबिटीज के ये लक्षण, नहीं तो बहुत पछताओगे!

जान लें डायबिटीज के ये लक्षण, नहीं तो बहुत पछताओगे!

जान लें डायबिटीज के ये लक्षण, नहीं तो बहुत पछताओगे!

जान लें डायबिटीज के ये लक्षण: डायबिटीज होने के कई शुरूआती लक्षण दिखने लगते हैं और अगल-अलग तरह की हल्की मोटी शारीरिक समस्याओं से वे व्यक्ति परेशान होने लगता है, और वह इन छोटी-छोटी शारीरीक समस्याओं को इग्नोर करने लगता है। जिससे वे डायबिटीज की गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं और तरह-तरह की बीमारियां शरीर में घर बनाने लगती है। तब शरीर के कुछ अंग जैसे किडनी, आंखें, दिमाग, शरीर में झनझनाहट, घुटने में दर्द, खुद पर सयंम ना कर पाना, चिड़चिड़ापन, यूरिन का बढ़ना जैसी कई तरह की घातक समस्याएं पैदा होने लगती है।

इसलिए हम आपको आज इस ब्लोग में डायबिटीज के कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारें में बताएंगे। जिससे आपको आसानी से डायबिटीज का शुरूआत में ही पता लग जाए और समय रहता इसका सही इलाज हो मिल जाए। अगर व्यक्ति में लगभग 6-7 लक्षण मौजूद हो तो डायबिटीज के इलाज में देरी ना करें। आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इस बीमारी से् छुटकारा पाएं।

कैसे पहचाने डायबिटीज के लक्षण? 

  1. अधिक थकान महसूस होना – डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसमें आप खुद यानी की बिना कुछ काम करें थकान महूसस करने लगते है इसलिए अगर आपको तरोताजा होने पर भी आपको थकान होने लगे तो समझ जाएं की आप डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं साथ ही इसका समय पर इलाज ना करवाने पर आप अन्य गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं।
  2. अधिक यूरिन पास होना – किडनी खून में मौजूद अधिक शुगर को फिल्टर करने में सक्षम नहीं होती, इसलिए इस अधिक शुगर का निकलने का एक मात्र तरीका यूरिन का रास्ता है।
  3. प्यास अधिक लगना – अगर आपको हर थोड़ी में प्यास लग रही है और आप बस पानी पर पानी पिए जा रहे हैं तो समझ लीजिए की आपके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ रही है।
  4. वजन कम होना – अगर आपका वजन तेजी से कम हो रहा है और आपको खुद को थका हुआ महसूस कर रहें हैं तो समझ जाएं डायबिटीज की गंभीर समस्या से गुजरने वाले हैं।
  5. घाव या चोट का धीरे भरना – खून में शुगर का लेवल बढ़ने के कारण ऐसा होता है। साथ ही डायबिटीज टाइप – 2 के मरीजों में ये लक्षण अधिक देखने को मिलते हैं।
  6. अधिक भूख लगना – एक नार्मल व्यक्ति के मुकाबले डायबिटीज के रोगी को अधिक भूख लगती है साथ ही अगर आपको अक्सर सर्दी खांंसी जुकाम रहता है तो आप डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।

इसके अलावा थकान, सिर दर्द, धुंधलापन दिखना, इम्युनिटी सिस्टम का कमजोर होना, प्राइवेट पार्ट में दिक्कत और दिल की धड़कन तेज होना आदि डायबिटिज के शुरूआती लक्षण है।

जब खून में शुगर लेवल कम हो तब कुछ इस प्रकार के लक्षण नज़र आते हैं:-

  • बेचैनी
  • कपकपी
  • ज्यादा भूख लगना
  • पसीना आना

कुछ गंभीर केसेस में यह लक्षण भी नजर आ सकते हैं:-

  • बेहोशी
  • दौरा पड़ सकता
  • व्यवहारिक बदलाव
  • शुगर लेवल कम होना आम तौर पर डायबिटीज टाइप-1 और टाइप-2 से जूझ रहे मरीज़ो में होता है। इसमें ज्यादातर मामले हलके और सामान्य होते है, इमरजेंसी वाले नहीं होते।

डायबिटीज के गंभीर लक्षण 

  1. डायबिटीक डर्माड्रोम (Diabetic dermadromes) – डायबिटीज के कारण होने वाले स्किन पर चकत्ते का एक समूहिक नाम है।
  2. आंखों पर अधिक प्रभाव पढ़ना – लंबे समय तक हाई ब्लड ग्लूकोज़ (high blood ग्लूकोस) के कारण होने आंखों  के लेंस में अवशोषण हो सकता है, जो इसके साइज और नज़र में बदलाव करते हैं।
  3. डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (Diabetic ketoacidosis) – इसका अर्थ है कि मेटाबोलिक प्रोसेस में गड़बड़ी जिसके कारण उल्टी, पेट दर्द, घबराहट, गहरी सांस, थोड़ी बेहोशी जैसी स्थिति होती है। जो डायबिटीज टाइप-1 से जूझ रहे वे व्यक्ति इस तरह का कुछ अनुभव करते हैं।
  4. मानसिक स्वास्थ्य (mental health) – डायबिटीज टाइप-2 के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है जिसकी वजह से वे व्यक्ति डिप्रेशन (Depression) और एंग्जाइटी (Anxiety) का शिकार होने लगता है। साथ ही मानसिक संतुलन के लिए जरूरी है कि खून में शुगर का लेवल सही हो।
  5. डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic retinopathy) – डायबिटीज की वजह से आंंख पर बुरा प्रभाव पड़ता है। रेटिना के अंदर स्थित ब्लड वेसल को डैमेज कर देता है, जिसके कारण ब्लाइंडनेस भी हो सकता है।

बिना लक्षणों के डायबिटीज का कैसे पता करें 

अमेरिकन डायबिटीक एसोसिएशन गाइडलाइन (American diabetes association guidelines) (Source:PDF) के मुताबिक डायबिटीज की जांच करनी चाहिए जो लोग कुछ रिस्क फैक्टर से जुड़े हैं जैसे – 

  • जिन्हें दिल की कोई बीमारी या बी.पी. की समस्या हो।
  • जिनके परिवार में डायबिटीज की समस्या का इतिहास रहा हो।
  • महिलाएं जिसे प्रेगनेंसी के वक्त डायबिटीज हुआ हो।
  • किसी लड़की या महिला में पीरियड्स का अनियमित होना।

इन लोगों को 25 वर्ष के बाद साल में कम से कम एक बार डायबिटीज का टेस्ट कराना चाहिए और जिस व्यक्ति में ये रिस्क फैक्टर नहीं हैं या कोई भी जोखिम कारक या लक्षण नहीं दिखते हैं, तो उन्हें 40 के बाद साल में एक बार शुगर की जांच जरूर करानी चाहिए।

निष्कर्ष 

हमने आज AgVa Healthcare की वेबसाइट पर डायबिटीज के मुख्य और महत्वपूर्ण लक्षणओं को लेकर बात की है। अगर इनमें से कोई भी एक लक्षण या एक से अधिक लक्षण महसूस होने पर तुंरत डॉक्टर से संपर्क कर सकत है नहीं तो बाद में परेशानियां बढ़ सकती है। साथ ही आपको हमारी जानकारी पसंद आई हो तो हमें नीचे कमेंट लिख का अवश्य बताएं। अगर इसके आलावा डायबिटीज से जुड़ी कुछ जानकारियां भी पाना चाहते हैं तो हमें कमेंट में ही लिख भेजिएं।